जमातियों के खिलाफ फ़ेक न्यूज़ फैलाने वाला शख्स गिरफ्तार, पुलिस का ही लेटर कर दिया था एडिट
11/04/2020 M RIZWAN
कोरोना संकट को तब्लीगी जमात से जोड़कर किस तरह अफवाहें फैलाई जा रही हैं, इसकी एक बानगी गुजरात के वडोदरा में देखने को मिली। यहां तब्लीगी जमात को बदनाम करने के लिए राजेश सारंग नाम के क शख्स ने स्पेशल ब्रांच के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त के लेटर को ही एडिट कर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया। इस मामले में कार्रवाई करते हुए साइबर क्राइम पुलिस ने राजेश को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के मुताबिक, आरोपी राजेश सारंग वडोदरा के मंजलपुर का रहने वाला है। उसने स्पेशल ब्रांच के अतिरिक्त आयुक्त के आंतरिक पत्र को एडिट कर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था। उसने पत्र में लिखा था, “निजामुद्दीन मरकज ने 13 मार्च 2020 को लगभग 2,500 कोरोना पॉज़िटिव मुस्लिम विदेशियों को इकट्ठा किया और उन्हें एक आतंकवादी हमले के रूप में बीमारी फैलाने के लिए भारत के विभिन्न राज्यों में भेजा दिया।
पोस्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि एक विशेष समुदाय को मुस्लिम विक्रेताओं से सब्जियां और फल नहीं खरीदना चाहिए। पोस्ट में यह भी कहा गया है कि कोरोना पॉजिटिव मुस्लिम अपनी आतंकी गतिविधियों के हिस्से के रूप में बीमारी फैलाने के लिए एक विशेष समुदाय के क्षेत्रों में सड़कों पर थूकते हैं।
इंस्पेक्टर वीबी बाराद ने कहा कि सारंग ने पत्र को इस तरह से एडिट किया था कि वो ओरीजिनल लगे। बाराद ने कहा, “गुरुवार को, जिस डिवाइस से पोस्ट वायरल हुई थी, उसके आईपी लॉग एडरेस की मदद से उन्होंने सारंग को वडोदरा स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया। बाराद ने बताया कि राजेश सिविल इंजीनियर है और वडोदरा में एक मोबाइल रिपेयरिंग स्टोर चलाता है।