विवाद के चलते पति ने पत्नी पर फावड़े से किया हमला! पत्नी की गई जान।

 उत्तरपूर्वी दिल्ली

कई बार गृह क्लेश किसी की मौत का कारण भी बन जाते हैं। तमाम बार हमने कई ऐसी खबरें भी सुनी देखी और पढ़ी है। की क्रोध में आए व्यक्ति ने दूसरे व्यक्ति की हत्या कर दी।



ऐसा ही एक मामला उत्तर पूर्वी दिल्ली के सोनिया विहार क्षेत्र से है जहां ग्रह कलेश के चलते पति ने पत्नी की हत्या कर दी।
पुलिस को सूचना प्राप्त हुई कि एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी को फावड़े से मार के हत्या कर दी है। पुलिस मौके पर पहुंची और देखा आरोपी की पत्नी खून में लथपथ थी।


जिसके बाद पुलिस ने महिला को अस्पताल भेजा और महिला के पति को मौके से गिरफ्तार कर लिया। अस्पताल में महिला को डॉक्टर ने मृतक करार दे दिया। मौके पर आरोपी की बेटी भी मौजूद थी।


आरोपी ने बताया उसका अपनी पत्नी के साथ रिश्ता ठीक नहीं चल रहा था। घर में पति पत्नी के बीच काफी झगड़े रहते थे पत्नी ने संपत्ति से भी बेदखल कर दिया था। अदालत में भी विवाद चल रहा था। जिसके बाद विवाद के चलते आरोपी ने फावड़े से हमला कर पत्नी की जान लेली। आरोपी की पहचान शंकर उम्र 42 के रूप में हुई है।



इस साल भी ईद फीकी! जनता ने ठहराया केंद्र सरकार और मोदी को जिम्मेदार।

 दिल्ली

 

कल देश के मुस्लिम समुदाय के लिए एक बड़ा दिन है कल ईद का त्यौहार है। परंतु देश भर में कोरोना महामारी के चलते ईद इस साल भी फीकी नजर आ रही है।

 

देश की राजधानी दिल्ली और देश की सबसे बड़ी मस्जिदों में से एक जामा मस्जिद जो हर ईद पर सजती थी, और तकरीबन 10 हजार या उससे अधिक लोग ईद के दिन नमाज अदा किया करते थे। परंतु कोरोना के चलते प्रशासन की गाइडलाइन है किसी भी मस्जिद में 5 लोगों से अधिक लोग नमाज अदा नहीं कर सकते।



 

 

महामारी के चलते सभी लोगों ने प्रशासन की बात मानी और ईद के त्योहार को भी प्रशासनिक प्रोटोकॉल के तहत मनाने के लिए कहा है। परंतु वही अगर स्थानीय लोगों की बात करें तो लोगों का कहना है कि यह दूसरी ईद है जो फीकी है।

 

कई लोगों ने देश की इस हालत का जिम्मेदार देश की सरकार और देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को बताया है। लोगों का साफ तौर पर कहना है कि शासन प्रशासन और देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और राज्य के मुख्यमंत्रियों ने महामारी पर ध्यान नहीं दिया और तैयारी नहीं करी जिस कारण आज संक्रमण इतना बढ़ गया है।

 

लोगों ने संक्रमण बढ़ने में कुंभ मेले का भी जिक्र किया और प्रशासन की ढील को जताया। वहीं जनता की मीडिया से भी शिकायत दिखाई दी लोगों का कहना है मीडिया सच को उजागर नहीं कर रही है।

 

कुछ लोगों ने बीते वर्ष निजामुद्दीन मरकज की तुलना कुंभ मेले से भी करी लोगों का कहना है देश की मीडिया ने मरकज में मौजूद कुछ मुस्लिम समुदाय के लोगों को बड़े स्तर पर देश एवं विदेश में बदनाम करने का प्रयास किया था परंतु वही मीडिया अब कुंभ मेले को लेकर चुप है।

 

 

एंटी करप्शन इंडिया ब्रेकिंग एवं बुलेटिन

* उत्तर प्रदेश सरकार ने मुफ्त राशन बांटने का किया ऐलान। मई और जून के महीने में राशन कार्ड धारकों को मिलेगा फ्री राशन। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत खाद्य सुरक्षा अभियान के तहत कोरोना महामारी के चलते 20 मई से 31 मई तक बांटा जाएगा मुफ्त राशन।

 

* कोरोना अलर्ट :- बीते दिन कोरोना संक्रमण के मरीजों की संख्या 3 लाख 83 हजार आई थी, वही मरने वालों की संख्या 3994 थी। जहां करो ना संक्रमित मरीजों की संख्या में कमी आ रही है वही मरने वालों का दर्द कम नहीं हो रहा।

 

* राजस्थान अलवर में सामाजिक संस्था भारतीय मानव सेवा सुरक्षा द्वारा अलवर की सड़कों पर खड़े पुलिसकर्मियों को नारियल पानी का किया गया वितरण। पुलिस कर्मियों को कोरोना वारियर के रूप में देखा जाता है जिसके चलते कुछ संस्थाएं पुलिस के लिए भी कार्य कर रही है।

 

* उत्तर प्रदेश के शहर कानपुर थाना नवाबगंज के अंतर्गत कोरोनावायरस का मुनाफा को उठा रहे हैं फायदा। मीट की दुकानों पर इच्छा अनुसार लिया जा रहा है लोगों से शुल्क।

 

* उत्तर प्रदेश कानपुर के गंगा बैराज पर जमकर हुआ लॉक डाउन का उल्लंघन। बीते दिन ईद पर बिना मास्क आते जाते दिखे लोग वहीं सोशल डिस्टेंसिंग की भी उड़ी धज्जियां।

 

* बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के छोटे भाई असीम बनर्जी का हुआ निधन। बीते 1 महीने से लड़ रहे थे कोरोना से जंग।

 

* उत्तर प्रदेश में 24 मई सुबह 7 बजे तक बढ़ाया गया लॉक डाउन। कोरोना संक्रमण में हो रही वृद्धि को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिया निर्णय।

क्या भारत एक आजाद देश है? क्या भारत में उतनी ही आजादी बची है जितनी पहले थी?

 क्या भारत एक आजाद देश है? क्या भारत में उतनी ही आजादी बची है जितनी पहले थी?


क्या भारत में पहले की तुलना में आज भी उतनी ही आजादी है? यह सवाल भारत वासियों के सामने आ खड़ा हुआ है क्योंकि बीते कुछ वर्षों में जो घटनाएं घटित हुई हैं और जो फ्रीडम हाउस की रिपोर्ट आई है उसके तहत भारत अब पूरी तरह आजाद देश ना होकर आंशिक रूप से आजाद देश है।



यह रिपोर्ट फ्रीडम हाउस से जारी हुई है जोकि एक अमेरिकी शोध संस्थान है। फ्रीडम हाउस प्रत्येक वर्ष विश्व के तमाम देशों के अंदर राजनीतिक स्वतंत्रता और नागरिक अधिकारों के स्तर पर उसकी समीक्षा कर रिपोर्ट जारी करता है। इस वर्ष की फ्रीडम हाउस रिपोर्ट के अंतर्गत भारत अब पूरी तरह स्वतंत्र नहीं बचा है।



इस रिपोर्ट में दो संकेत प्रयोग में लिए गए हैं, जिसमें एक राजनैतिक अधिकार और दूसरा नागरिक स्वतंत्रता है। समस्त विश्व के देशों को तीन भागों में बांटा गया है। जिसमें से प्रथम स्वतंत्र उसके बाद आंशिक रूप से स्वतंत्र और तीसरा स्वतंत्र नहीं श्रेणी में रखा गया है। 


संस्थान द्वारा रिपोर्ट मे यह बताया गया है कि भारत ने अपने आप को पूर्ण स्वतंत्र देश के बजाय एक तानाशाही देश की तरह कई चीजों को अपना लिया है। 2014 मोदी जी के सत्ता में आने के बाद भारतीयों की आजादी और अधिकारों में आई कमियों के चलते संस्थान ने चिंता व्यक्त की है और भारत के प्रधानमंत्री और उनकी सरकार की आलोचना की है।



संस्थान का कहना है मानव अधिकारों का हनन बढ़ गया है, वही पत्रकारों पर भी दबाव बढ़ा दिया गया है। विशेष रूप से मुसलमानों को निशाना बनाकर उन पर कई हमले भी किए गए हैं। 

आम लोगों को स्वतंत्रतापूर्वक और अपने विचारों को व्यक्त करने पर राजद्रोह जैसे मुकदमे दर्ज करवाए गए हैं। यहां तक कि अदालतों को भी स्वतंत्र नहीं कहा जा रहा है। जो सरकार के पक्ष में फैसला दे उस न्यायाधीश की तरक्की और जो न्यायधीश पक्ष में फैसला ना दे उसका तबादला देखने को मिल रहा है।


जनता पर पुलिस द्वारा बल प्रयोग करवाया जाने लगा है, भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की कोशिश में मुसलमानों को बलि का बकरा बनाया गया है। यहां तक कि कोरोना महामारी में भी कोरोना को फैलाने में मुसलमानों को दोषी बता दिया गया।


इन तमाम चीजों को देखते हुए फ्रीडम हाउस ने भारत को पूर्ण रूप से स्वतंत्र ना बताते हुए एक तानाशाही देश की ओर अग्रसर बताया है जैसे कि चीन। साथ ही यह भी कहा कि 2019 में दोबारा प्रधानमंत्री मोदी बनने के बाद इस तानाशाही में और तीव्रता आई है। विश्व में भारत की श्रेणी 71 हुआ करती थी जो कि घटकर 67 हो गई है।

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाते हुए यह भी याद रखें, की देश में 88 बलात्कार प्रतिदिन होते हैं।

 

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस बड़े पैमाने पर विदेशों ही नहीं बल्कि हमारे देश भारत में भी मनाया गया। अंतर्राष्ट्रीय या फिर राष्ट्रीय यह जरूरी नहीं है महिला दिवस है यह जरूरी है। महिला सशक्तिकरण को लेकर तमाम राज्यों के नेता देश के प्रधानमंत्री अन्य संस्थाएं महिलाओं को सशक्त बनाने हेतु कई कार्यक्रम चला रही है।



राजधानी दिल्ली में दिल्ली पुलिस द्वारा भी अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर कई स्कूलो व अन्य स्थानों पर महिलाओं को सशक्त बनाने एवं सुरक्षा हेतु कार्यों के बारे में बताया गया। व उत्तर प्रदेश के कई मदरसों तक में महिलाओं को उनके अधिकार और तालीम के चलते जागरूक किया गया।


कई कार्यक्रमों में यह कहां जाता है और बताया जाता है कि महिला उत्पीड़न मुक्ति व शोषण से राहत के लिए बड़े-बड़े कार्य प्रशासन द्वारा किए जा रहे हैं परंतु वही एक सच्चाई यह भी है कि देश के अंदर 88 महिलाएं प्रतिदिन बलात्कार का शिकार होती हैं। और यह वह आंकड़े हैं जो दर्ज करवाए जाते हैं न जाने ऐसे कितने मामले हैं जो दर्जी नहीं करवाए जाते होंगे।


इन आंकड़ों का ब्यौरा 7 अक्टूबर 2020 में द टाइम्स ऑफ इंडिया अखबार में छपा था जिस के हवाले से यह आंकड़े साझा किए जा रहे हैं। परंतु मुद्दा यह है की देश और विदेश में इतना सब महिलाओं के लिए होने के बावजूद भारत के अंदर महिलाओं की स्थिति आज भी बहुत दीन और हीन पाई जाती है।


इन दो पहलुओं का जवाब आपको स्वयं ढूंढना है कि क्या उस देश में महिला दिवस मनाना चाहिए जिस देश में प्रतिदिन 88 महिलाओं का बलात्कार किया जाता हो? और प्रति वर्ष यह घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। इसको रोकने एवं कम करने के लिए कौन कितना प्रतिबंध है और क्या कदम उठाए हैं यह बता पाना बहुत मुश्किल है। 

कार का शीशा तोड़ कर करी कार से चोरी! पुलिस ने किया गिरफ्तार।

 कार का शीशा तोड़ कर करी कार से चोरी! पुलिस ने किया गिरफ्तार


 दिल्ली


मामला साउथ दिल्ली का है जहां पर साकेत पीवीआर के पास खड़ी गाड़ी का शीशा तोड़कर दो व्यक्तियों ने गाड़ी में से कुछ सामान चोरी किया। शीशा टूटने की आवाज पर पेट्रोलिंग कर रही पुलिस और गाड़ी के मालिक ने चोरी का अंजाम देने वाले शख्स को अपनी गिरफ्त में लिया।




पकड़े गए चोरों की पहचान राजेश कुमार उम्र 36 और योगेंद्र शर्मा उम्र 37 के रूप में हुई है। वही आपको बता दें पकड़े गए व्यक्तियों में से राजेश दिल्ली सिविल डिफेंस में कार्य करता है। पूछताछ पर राजेश ने बताया कि वह अपने साथी के साथ शराब व अन्य सुविधाओं के लिए चोरी की वारदातों को अंजाम देता है।


पुलिस ने इन दोनों व्यक्तियों के पास से एक बड़ा चाकू, एक नकली रिवाल्वर, गलू, डिप्टी डायरेक्टर एसएसबी कि स्टैंप, और कुछ क्रेडिट कार्ड भी बरामद किए गए हैं। पुलिस गिरफ्त में आए व्यक्तियों से पूछताछ कर रही है।


साले ने दोस्त के साथ मिलकर जीजा की करी हत्या।

 साले को लगा कहीं जीजा उसकी बहन को दूसरी लड़की के चक्कर में छोड़ ना दे। इस डर से दोस्त के साथ मिलकर नशे की हालत में जीजा की करी हत्या।





मामला उत्तर पूर्वी दिल्ली थाना सीलमपुर का है जहां पुलिस को सूचना प्राप्त हुई कि एक राजेश नाम के व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती किया गया है। जिसके सर और कान पर गंभीर चोट है। अस्पताल में राजेश को मृतक घोषित कर दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर पड़ताल शुरू करी।


छानबीन पर पुलिस ने मृतक के कॉल रिकॉर्ड्स और सीसीटीवी की मदद से एक व्यक्ति को अपनी गिरफ्त में लिया जिसकी पहचान अंकित के रूप में हुई है। पूछताछ पर अंकित ने अपना गुनाह कबूल किया और पुलिस को यह भी जानकारी दी कि मृतक के साले मोनू के साथ मिलकर उसने वारदात को अंजाम दिया है।


जिसके बाद पुलिस ने मोनू को भी अपनी हिरासत में लिया पूछताछ पर मोनू ने पुलिस को बताया कि उसके जीजा का चक्कर किसी और लड़की से चल रहा था और उसे डर था कहीं उसके जीजा उसकी बहन को छोड़ ना दें। जिसके चलते मोनू ने नए साल की पार्टी करते समय नशे की हालत में फैक्ट्री के अंदर ही अपने दोस्त के साथ मिलकर गैस के सिलेंडर से अपने जीजा पर वार किया जिसके बाद जीजा के सर और कान से खून आया और गंभीर चोट आई। 


पुलिस ने दोनों आरोपियों को अपनी गिरफ्त में लिया है, साथ ही गैस सिलेंडर भी पुलिस की हिरासत में है।

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