कोरोना वायरस की चपेट में आने वाले पत्रकारों को शहीद का दर्जा दे सरकारः प्रेस मेंस वेलफेयर एसोसिएशन

कोरोना वायरस की चपेट में आने वाले पत्रकारों को शहीद का दर्जा दे सरकारः प्रेस मेंस वेलफेयर एसोसिएशन


 



25/04/2020  मो रिजवान 


 


कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के दौरान जब पूरा देश लॉकडाउन में रहकर अपने को बचा रहा है ऐसे में पुलिसकर्मी, मेडिकल स्टाफ, मीडियाकर्मी, सफाईकर्मी अपनी जान की परवाह किए बिना मैदान में डटे हुए हैं. पीएम मोदी कोरोना वॉरियर्स के सम्मान के लिए लोगों से ताली बजाने की अपील पहले ही कर चुके हैं. लोगों की उनकी बात पर अमल करते हुए एकजुट होकर कोरोना वॉरियर्स का सम्मान किया.


बिहार की राजधानी पटना में प्रेस मेंस वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष सह पंजाब केसरी के ब्यूरो चीफ जयप्रकाश चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सभी राज्य सरकारों से मांग की है कि लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहे जाने वाले पत्रकार बंधुओं को भी अगर कोरोना फाईटर के रूप में देख रही है, तो ऐसी स्थिति में कोरोना संक्रमित अन्य लोगों की भांति पत्रकारो को भी सुविधा व आर्थिक लाभ मिलना चाहिए.


 


उन्होंने कहा कि देश का पत्रकार आज अपनी जान जोखिम में डालकर पत्रकारिता कर रहा है, और पल-पल की खबर जन-जन तक पहुंचा रहा है. भारत में दर्जनों पत्रकारों को कोरोना वायरस ने अपनी चपेट में ले लिया है यदि अपने कर्तव्य निर्वाहन करते हुए यह पत्रकार शहीद होता है तो सरकारों को पत्रकारों को शहीद का दर्जा देते हुए पचास लाख रुपए राशि प्रदान की जानी चाहिए.


जयप्रकाश ने कहा कि इस प्रक्रिया में मान्यता प्राप्त व गैर मान्यताप्राप्त, स्वतंत्र पत्रकार के साथ सभी पत्रकार पर विचार कर उसे शामिल करें. मांग करने वालो में पत्रकारों में दयाशंकर तिवारी, जयकुमार झा, राजीव नंदन त्रिपाठी, बृजेश गोस्वमी, राजकुमार सिंह, सैयद इकबाल ईमाम, राकेश कुमार, हिमांशु कुमार, शशि कांत, रामाकांत वर्मा, संतोष कुमार, संजीवन जमुआर, आदि शामिल है


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