स्टोरी -- दिल्ली के नरेला DSIIDC एरिया में दिल्ली पुलिस ने चेकिंग के दौरान एक टेंपो में 45 बड़े कार्टून ज्वलनशील व प्रतिबंधित पटाखे भरे हुए थे। जब टेंपो चालक को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो टेंपो चालक ने गोदाम का पता बताया जहां पुलिस ने बड़ी मात्रा में पटाखे मिले और जांच में पता चला कि पास की फैक्ट्री में यह सब पटाखे बनाए जाते हैं। वहां जाकर पुलिस ने रेड की बड़ी संख्या में प्रतिबंधित पटाखे यहां भरे हुए थे। यहां पुलिस को 669 बड़े पटाखों से भरे हुए बड़े कार्टून साथ ही फैक्ट्री में 10 टन पटाखे बनाने का मेटेरियल बरामद हुआ । साथ ही वहां पर पटाखे बनाने में प्रयोग होने वाले बड़े-बड़े एसिड के ड्रम थे। साथ ही 10 मशीन है पटाखे बनाने के काम में प्रयोग की जा रही थी। फैक्ट्री का मालिक 58 साल का राज कुमार गोयल है जिसको पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही टेंपो चालक को भी गिरफ्तार किया है ।
बाइट -- गौरव शर्मा डीसीपी उतरी बाहरी दिल्ली ।
पुलिस की माने तो इस फैक्ट्री की ये सप्लाई दिल्ली से हरियाणा में होनी थी और 3 महीने पहले इस फैक्ट्री के शुरू होने की बात कह रही है। एक्सलोजीव एक्ट की धराये व आईपीसी धारा 285, 286 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है कि कौन-कौन लोग शामिल थे कहां से खरीदे और कहां सप्लाई करते थे। दिल्ली पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है लेकिन यह बात चिंता का विषय है कि दिल्ली में पुलिस की नाक के नीचे इस तरह से पटाखे बनाने की फैक्ट्री चल रही थी और इतनी बड़ी मात्रा में पटाखे थे। मामला सवाल यह भी खड़े करता है कि जिस आरोपी को हिरासत में लिया गया था उस आरोपी को पुलिस फैक्ट्री के आगे ड्राई फ्रूट खिला रही थी। बावर्दी पुलिस आरोपी फैक्ट्री मालिक मालिक को ड्राई फ्रूट खिला रही है ये सब वीडियो में साफ देख सकते हैं। इस बात की जांच जरूरी है कि कहां कहां इन्होंने पटाखे सप्लाई किए और कहां से यह पटाखों के लिए मेटेरियल आते थे।