दिल्ली के जामिया नगर में, आज के गोडसे ने दिलाई गांधी जी की याद।


जामिया नगर में चल रहे सीएए और एनआरसी के प्रोटेस्ट को लेकर दिल्ली में हुआ बड़ा बवाल। 



दिल्ली के अंदर शाहीन बाग और जेएनयू सीएए और एनआरसी को लेकर प्रोटेस्ट में काफी चर्चा में बना हुआ है, जिसके चलते आज जामिया नगर में हो रहे प्रोटेस्ट में एक युवक ने एक प्रोटेस्ट कर रहे युवक के ऊपर गोली चला दी हालांकि बाद में पुलिस ने उस को हिरासत में ले लिया लेकिन हैरानी सबको तब हुई जब वह युवक हवा में तमंचा लहरा रहा था और दिल्ली पुलिस तमाशबीन बनी देख रही थी।


गोली चलाने के बाद पुलिस ने पूछताछ कर बताया की गोली चलाने वाला गोपाल है और वह नाबालिग है। आगे की तफ्तीश पुलिस कर रही है। गोली जिस युवक के लगी है उसकी पहचान शादाब नाम से हुई है।


जामिया नगर में प्रदर्शन कर रहे छात्रों के ऊपर गोली चलने के बाद काफी हंगामा हुआ जिसमें छात्रों ने कहा कि वह मार्च करते हुए राजघाट तक जाएंगे परंतु पुलिस ने उन्हें नहीं जाने दिया छात्र भड़के परंतु पुलिस ने कई बार छात्रों को समझाया और उन से विनती की कि संयम और शांति बनाए रखें जिसके बाद आंदोलनकारियों की तरफ से कुछ लोगों ने प्रदर्शन कर रहे युवाओं को शांत किया और उन्हें पीछे हटाया।


प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है की बीजेपी के केंद्रीय मंत्री व अन्य नेताओं ने इतने भड़काऊ भाषण दिए हैं जिसके चलते आज इस तरह के हादसे हो रहे हैं। 
अभी कुछ समय पहले ही केंद्र मंत्री अनुराग ठाकुर ने जनसभा में यह नारा दिया था देश के गद्दारों को गोली मारो सालों को। जिसके बाद लोगों के अंदर आक्रोश जागा और जो जिसको गद्दार समझ रहा है वह उसे गोली मार रहा है। इस तरह के भड़काऊ भाषण देने के बाद एक दिन बीते ही गोली चला दी गई और गोपाल शर्मा जिस ने गोली चलाई उसने यह कहा कि तुम्हें आजादी चाहिए यह लो आजादी और गोली चला कर शादाब को आजाद करने का प्रयास किया।


लोगों ने कहा कि आज के दिन ही गोडसे ने महात्मा गांधी को गोली मारी थी और इतिहास आज फिर दोहराया गया है आज के गोडसे ने आज की गांधीवादी विचारधारा को गोली मारी है। लोगों का कहना है कि हिंदू मुसलमान की कट्टरता बढ़ाते हुए बीजेपी पार्टी के बड़े-बड़े नेता आज के समय के गोडसे को तैयार कर रहे हैं और ऐसे ही खुलेआम लोगों को गोलियां मारी जा रही हैं। संप्रदायवाद की भावना को बढ़ावा दे रहे हैं। और अगर आज भी इस चीज पर लगाम नहीं लगाई गई, तो देश का हाल बस से बदतर हो जाएगा।


हमारा देश आज ऐसी स्थिति में खड़ा है जहां एक तरफ खाई और एक तरफ कुआं है देश का युवा जो दो विचारधाराओं में बटता दिख रहा है, वह एक तरफ तो प्रोटेस्ट कर अपनी विचारधारा दिखा रहा है दूसरी तरफ एक अन्य युवा उसको गोली मार रहा है यह अपने आप में ही बहुत शर्मिंदा कर देने वाली घटना है।


क्योंकि दिल्ली राजधानी है हिंदुस्तान की इसलिए यह बहुत ही संवेदनशील मामला है और शाहीन बाग और जेएनयू को लेकर चीजें तूल पकड़ती नजर आ रही हैं बीजेपी के बड़े बड़े नेता से लेकर देश के कानून मंत्री तक ने शाहीन बाग को लेकर अपनी चिंता जाहिर करते हुए शाहीन बाग को दिल्ली का हिस्सा ना बता कर शाहीन बाग को एक सोच बताया है। और शाहीन बाग को अलग-अलग नामों से पुकारा जा रहा है।


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