लोन देने की ठगी कर, बैंक अकाउंट से उड़ाए ₹51000।


कानपुर:
समय के साथ साथ संसार डिजिटलाइजेशन की ओर अग्रसर हो रहा है इंटरनेट गैजेट्स अहम भूमिका निभाते हुए लोगों का काम आसान कर रहे हैं परंतु जैसा कि कहा जाता है हर चीज के सकारात्मक और नकारात्मक दो पहलू होते हैं। वैसे ही डिजिटल जमाने के साथ जहां मनुष्य की सुविधाएं बढ़ी हैं वही खतरे भी कई ज्यादा बड़े हैं।


आज के समय में हर व्यक्ति डिजिटलाइजेशन के चलते अपने बैंक खाते भी लैपटॉप मोबाइल और कंप्यूटर से चला रहा है जहां पर मनुष्य को काफी सुविधाएं मिलती हैं व समय भी बचता है। परंतु खासा ध्यान देने वाली और सावधान रहने वाली बात यह है कि इसी डिजिटल जमाने में लोगों के साथ ठगी की वारदातें भी होती हैं। 



आज के समय में साइबर क्राइम भी अपने चरम पर देखने को मिलता है। साइबर क्राइम वह क्राइम है जिसमें ठगी करने वाले लोगों के पास आप के खातों की आपके क्रेडिट कार्ड डेबिट कार्ड की कुछ डिटेल्स मौजूद होती हैं जिनके आधार पर वह आपसे फोन के ऊपर बात करते हैं कुछ ओटीपी या लुभावने ऑफर देकर आपको लालच देते हैं और अपने जाल में फंसा कर आपके बैंक अकाउंट से पैसे फुल कर देते हैं।


हमारे देश में डिजिटल क्राइम से निपटने के लिएएक अलग से साइबर क्राइम सेल बनाया गया है जिसके अंतर्गत साइबर क्राइम की वारदातों को देखा जाता है और अपराधियों को टेक्निकल तरीके से पकड़ने का कार्य किया जाता है। कई भोले-भाले लोग साइबर क्राइम का शिकार होते हैं।


साइबर क्राइम की एक घटना उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में घटित हुई है जिसमें पीड़ित ने बताया की उसके अकाउंट से 51 हजार से ऊपर की राशि निकाल ली गई है। पीड़ित की पहचान मोहम्मद आमान निवासी बेकनगंज कानपुर नगर से हुई है। मोहम्मद आमान गुडलक नाम की एक एजेंसी चलाते हैं जिसमें कपड़ों का काम किया जाता है साथ ही मोहम्मद अमान एंटी करप्शन इंडिया समाचार पत्र से भी जुड़े हुए हैं बावजूद इसके साइबर क्राइम करने वाले शातिर बदमाश इतने सक्रिय होते हैं कि वह अच्छे अच्छे लोगों को भी पोपट बनाए जाते हैं। मोहम्मद आमान को लोन देने की लालच में अपने जाल में फंसाया गया। 



मनी विद लोन जो कि एक प्राइवेट कंपनी है और लोगों को लोन मुहैया कराती है मनी विद लोन की एग्जीक्यूटिव मीना जायसवाल से मोहम्मद अमान ने बातचीत करी जिसके बाद मनी विद लोन कंपनी के तहत मोहम्मद अमान ने अपने डाक्यूमेंट्स और डिटेल्स लोन कंपनी को दे दी। मोहम्मद अमान की प्राइवेट डिटेल्स प्राप्त करने के बाद मोहम्मद अमान के खाते से तीन बार पैसे निकाले गए जिसकी कुल राशि 51 हजार से ऊपर है। जब मोहम्मद अमान ने लोन कंपनी से बात करी तो कंपनी ने पहले यह आश्वासन दिया कि पैसे वापस आ जाएंगे परंतु पैसे वापस ना आने पर जब पीड़ित ने कंपनी से बात करी तो कंपनी के कार्यकर्ता ने बोला कि पैसे अब नहीं आएंगे चाहे पुलिस से शिकायत करो या चाहे जो कर लो।



पीड़ित के अनुसार कंपनी के पास कुछ हैकर हैं जो भोली भाली जनता को बहला-फुसलाकर उनके बैंक अकाउंट की डिटेल प्राप्त कर कई लोगों का पैसा बैंक से गायब कर देते हैं। इस घटना की सूचना पीड़ित ने जब बेकन गंज थाने में दी तो वहां के इंस्पेक्टर नवाब खान ने ठीक तरह से बात नहीं करी और गुस्से में झूला के कहा कि यह वारदात साइबर क्राइम की है तो वहां जाकर शिकायत दो उसके बाद देखा जाएगा। जिसके बाद पीड़ित एसएसपी के पास पहुंचा और एसएसपी महोदय ने आदेश जारी कर थाने द्वारा शिकायत दर्ज करवाई और कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।


पीड़ित के अनुसार यह कंपनी कई लोगों के पैसे लेकर गायब है और बैंक अकाउंट हैक करके कई लोगों के बैंक खातों को खाली किया है अगर पुलिस इस पर सतर्कता दिखाती है तो पीड़ित के साथ-साथ कई अन्य लोगों के भी चोरी हुए पैसे वापस आ जाएंगे।


 


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