रेड जॉन इलाको में खुले पाए गए मेडिकल संचालको पर क्यो नही लिखा जा रहा मुकदमा, जनता पूछ रही सवाल

*आशू यादव की खास रिपोर्ट SUB Bureau Chief Kanpur*✒️✒️
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     *भ्रष्टाचार और जुर्म के खिलाफ हर पल आपके साथ*
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*रेड जॉन इलाको में खुले पाए गए मेडिकल संचालको पर क्यो नही लिखा जा रहा मुकदमा, जनता पूछ रही सवाल*


*उरई-* *रेड जॉन इलाको में जनपदीय प्रशासन के भरपूर* *समझाने के बाबजूद भी मेडिकल संचालको ने नियम और इंसानियत को दर किनार करते हुए लालच वश मेडिकल खोल लिए। प्रशाशन जहाँ 2 कोरोना संक्रमित मरीज निकलने से हलकान है और 1 किमी के दायरे में सभी दुकाने बन्द करने की अपील कर रहा तो इन मेडिकल संचालको को आखिरकार इसका असर क्यो नही देखने को मिला और अपनी हेकड़ी में ये मस्त क्यो रहें। पुलिस कप्तान ने कई मेडिकल संचालको को मौके पर जाकर लताड़ लगाई तो वही मुकदमा लिखें जाने की भी बात की थी। नियम और मानवता को धता बताकर ऐसे मेडिकल संचालक आखिरकार क्या साबित करना चाह रहे थे ये बड़ा सवाल है। शहरवासियों में ऐसे मेडिकल* *संचालको के प्रति आक्रोश है और  इनके विरुद्ध पुलिस कप्तान से सम्बंधित धाराओं में मुकदमा कायम कराने की भी मांग कर रहे है। आपको बता दे कि जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक रेड ज़ोन वाले इलाकों में लगातार पैनी नज़र रखे हुए है और इसी दौरान कई मेडिकल उन्हें खुले मिले। जिला अस्पताल के पास बजरंग मेडिकल सहित अन्य मेडिकल उन्हें खुले मिले थे। जिस पर एसपी डॉक्टर सतीश कुमार का पारा गर्म हो गया था और लताड़ते हुए मुकदमा लिखे जाने की चेतावनी दी थी जिसके बाद मेडिकल संचालक आनन फानन में अपनी शटर डालकर नौ दो ग्यारह हो लिए थे।*


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