दिल्ली
6 दिसंबर हिन्दू राष्ट्र के पुनर्निमाण का दिन हो - जय भगवान गोयल
देश का युवा राष्ट्र की रक्षा की सबसे बड़ी आशा - यूनाइटेड हिन्दू फ्रंट
मुख्य शाहदरा चौक पर बनाई गई बाबरी विध्वंस की 33वीं वर्षगांठ
यमुनापार के शाहदरा चौक स्थित यूनाईटेड हिन्दू फ्रंट के भवन के सामने आज बाबरी विध्वंस की 33वीं वर्षगांठ ‘हिन्दू एकजुटता संकल्प दिवस’ के रूप में मनाई गई। इस मौके पर मुख्य वक्ता के रूप में पधारे यूनाईटेड हिन्दू फ्रंट के अंतर्राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष, वरिष्ठ भाजपा नेता व राष्ट्रीय अध्यक्ष राष्ट्रवादी शिवसेना ने जय भगवान गोयल ने कहा कि 6 दिसंबर 1992 को हमने भारत मां के माथे पर लगा बाबरी नुमा कलंक धोकर पुरी दुनिया को बताया था कि भारत का हिन्दू जाग चुका है।
गोयल ने कहा कि आज देश का गौरव पुरी दुनिया में बड़ा है श्रीराम मंदिर का निर्माण करोड़ों सनातनियों का सिर पूरे संसार में ऊंचा करता है। उन्हांने कहा कि यह सिर्फ राम मंदिर नहीं सनातन की शिला, हिन्दू राष्ट्र कर शिला है यहीं से पूरी दुनिया में सनातन की हुंकार जायेगी। गोयल ने कहा कि आज के दिन देश के सभी मुल्ला मोलवियों, मुस्लिम नेताओं से कहना चाहता हूं कि ज्ञानवापी, काशी विश्वनाथ से अपना मलवा हटा लो, श्रीकृष्ण जन्मभूमि मथुरा से इदगाह रूपी ढांचा स्वयं हटा लो इस पर हम भी राजी तुम भी राजी नहीं तो आज 6 दिसंबर 2025 को कहना चाहता हूं कि इसका भी वो ही हाल होगा जो 6 दिसंबर 1992 को हमने बाबरी मस्जिद का किया था।
गोयल ने कहा कि संसार में कहीं भी अगर बाबरी मस्जिद का निर्माण किया जायेगा तो उसकी नींव वहीं जाकर खोद दी जायेगी। इस अवसर पर समाज की भिन्न-भिन्न समाज के गणमान्य नागरिकों को शाल उड़ाकर, तलवार देकर सम्मानित किया गया और सहभोज कराया गया।
गोयल ने कहा कि आज हमारा भारत विश्व का सबसे युवा देश है, जिसकी लगभग 65 प्रतिशत आबादी युवाओं की है। पूरी दुनिया में भारत के पराक्रम, प्रतिभा और प्रगति का डंका बज रहा है। इतिहास साक्षी है कि विश्व की जितनी भी प्रमुख क्रांतियाँ हुईं, उनमें भारत के युवाओं का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण रहा है।
गोयल ने कहा कि यूनाइटेड हिन्दू फ्रंट देश के बच्चों, युवक-युवतियों और छात्र समुदाय से आह्वान करता है कि आज राष्ट्रविरोधी, सनातन-विरोधी जिहादी शक्तियाँ 13-14 वर्ष की नाजुक आयु के बच्चों के मन में जहर घोलकर उन्हें देश के विरुद्ध खड़ा कर रही हैं।
आए दिन इन शक्तियों द्वारा भटकाए गए नाबालिगों से हत्या, हिंसा और दंगे करवाए जा रहे हैं। यही नहीं, कई विश्वविद्यालयों में ऐसे तत्व व्हाइट-कॉलर जिहादी डॉक्टर, प्रोफेसर, इंजीनियर और वकील तक तैयार कर रहे हैं, जो आगे चलकर मानव बम की तरह देश पर प्रहार कर रहे हैं।
गोयल ने कहा कि ऐसी परिस्थितियों में भारत के युवाओं पर एक बड़ी राष्ट्रीय जिम्मेदारी आ गई है कि वे जात-पात, क्षेत्रवाद और भाषावाद से ऊपर उठकर संस्कारी, सशक्त और राष्ट्रवादी बनें तथा ‘गजवा-ए-हिन्द’ जैसे भयंकर षड्यंत्रों का डटकर सामना करें।
उन्हांने कहा कि हमारा इतिहास बताता है कि धर्म और राष्ट्र की रक्षा में हमारे बाल-वीरों का योगदान अनुपम और अद्वितीय रहा है। भगवान श्रीराम ने बाल्यकाल में ही राक्षसों का संहार प्रारम्भ कर दिया था। भगवान श्रीकृष्ण ने शैशवावस्था में ही पुतना रूपी राक्षसी का वध कर दिया था। वीर हकीकत राय ने 14 वर्ष की आयु में प्राणों का बलिदान दे दिया, परंतु धर्म नहीं छोड़ा।
गोयल ने कहा कि गुरु गोविंद सिंह जी ने 9 वर्ष की आयु में अपने पिता गुरु तेग बहादुर को धर्म की रक्षा हेतु बलिदान देने की प्रेरणा दी। उन्हीं के सुपुत्र साहिबजादे ज़ोरावर सिंह और फतेह सिंह को 6 और 9 वर्ष की आयु में दीवारों में चिनवा दिया गया, किंतु उन्होंने भी धर्म नहीं छोड़ा।
गोयल ने कहा कि यूनाइटेड हिन्दू फ्रंट देश के युवाओं से आग्रह करता है कि वे इन महान आदर्शों से प्रेरणा लेकर राष्ट्र की एकता, अखंडता और सनातन संस्कृति की रक्षा के लिए आगे आएँ। आज समय की पुकार है कि हम सब मिलकर राष्ट्रविरोधी शक्तियों के दुष्प्रचार, कट्टरता और हिंसा के विरुद्ध एक संगठित, सजग और मजबूत भारत का निर्माण करें।
इस अवसर पर महामण्डलेश्वर श्रीकृष्ण शाह विद्यार्थी महाराज, अनंत श्रीविभूषित पीतांबरा पशुपति पीठाधीश्वर डॉ. गोरी शंकराचार्य जी महाराज, जगद गुरू स्वामी सदानंद पशुपति जी महाराज, महंत स्वामी श्रीश्याम गिरी जी महाराज, महंत आचार्य देव कृष्ण जी महाराज, महंत गोविन्द शास्त्री जी, स्वामी राजेश्वरानंद जी महाराज, बृजघाट पीठाधीश्वर श्री श्री 1008 महामण्डलेश्वर स्वामी जलेश्वरानंद गिरि जी महाराज (जलवाले गुरूजी), महामण्डलेश्वर राजेश ओझा जी महाराज ने पधारकर अपना आशीर्वाद दिया व मनदीप गोयल, धर्मेन्द्र बेदी, अवध कुमार, गोरी साहू, भारत बागड़ी, पंजूराम, काजल वर्मा, ओमवती, प्रतिभा सिंह, मालती आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।




