कोरोना से इटली का हाल बेहाल, अब तक 7503 लोगों की मौत

कोरोना से इटली का हाल बेहाल, अब तक 7503 लोगों की मौत


26/03/2020  M RIZWAN 



 


वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) से बुरी तरह प्रभावित इटली में इसके संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर 7503 हो गयी है। इटली के नागरिक सुरक्षा विभाग की ओर से बुधवार को जारी वक्तव्य के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान देश में कोरोना वायरस से 683 लोगों की मौत हुई है। मंगलवार की तुलना में कोरोना से मरने वालों की संख्या में कुछ कमी आई है। मंगलवार को इटली में कोरोना वायरस के संक्रमण से 743 लोगों की मौत हुई थी। वक्तव्य के अनुसार बुधवार को इटली में कोरोना संक्रमण के 5210 नए मामले सामने आए हैं जिससे अब तक कुल संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 74386 हो गयी है, इसमें वे लोग भी शामिल हैं जिनकी इस महामारी से मौत हो चुकी है और जो पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं। इटली में अब तक कोरोना के 9362 मरीज पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी है। इटली में 21 फरवरी को कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया था। गौरतलब है कि इटली का लोम्बाडीर् प्रांत इस महामारी से सर्वाधिक प्रभावित है।  


उधर, इजरायल के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को एक वक्तव्य जारी कर यह जानकारी दी। वक्तव्य के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना संक्रमण के 439 नए मामले सामने आए हैं। वक्तव्य के मुताबिक कोरोना से संक्रमित 39 मरीजों की हालत नाजुक बनी हुई है जबकि 64 लोग इस महामारी से पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं। इजरायल में कोरोना से अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है। इजरायल में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सरकार की ओर से काफी कड़े कदम उठाए जा रहे हैं जिसके तहत लोगों को सख्ती से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के निदेर्श दिए गए हैं। इसके अलावा लोगों को जरूरी काम से अपने घर से केवल 1०० मीटर की दूरी तक ही जाने की अनुमति है। 


भारत की बात करें तो यहां हालात को देखते हुए केंद्र सरकार ने 21 दिनों का लॉक डाउन कर दिया है। अध्ययन में बताया गया है कि यदि कोरोना वायरस को रोकने के लिए कोई उपाय नहीं किए गए तो 15 मई तक प्रति एक लाख आबादी में से 161 लोग कोरोना के संक्रमण का शिकार बन जाएंगे। अगर देशभर में इस दौरान यातायात प्रतिबंधित कर दिया जाए तो यह संख्या घटकर प्रति लाख आबादी पर 48 रह जाएगी। यातायात प्रतिबंध के साथ अगर लोगों को सोशल क्वारंटाइन कर दिया जाए तो भी प्रति लाख 4 लोग इस संक्रमण का शिकार होंगे। वहीं, एक सप्ताह का संपूर्ण लॉकडाउन कोरोना संक्रमण को एक व्यक्ति प्रति लाख आबादी पर ला सकता है। विशेषज्ञों की मानें तो तीन सप्ताह का लॉकडाउन कोरोना वायरस के संक्रमण को पूरी तरह निष्प्रभावी कर सकता है।


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