लॉकडाउन: घर जाने को 225 किलोमीटर पैदल ही निकल पड़े मजदूर, रास्ते में मिल रहे खाने से भरते हैं पेट

*कानपुर ब्रेकिंग*
   *आशू यादव की खास रिपोर्ट  SUB  ब्यूरो चीफ कानपुर* 


     


      *लॉकडाउन: घर जाने को 225 किलोमीटर पैदल ही निकल पड़े मजदूर, रास्ते में मिल रहे खाने से भरते हैं पेट*


*उन्नाव जिले में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण से चल रहे लॉकडाउन से काम धंधा बंद हैं। ऐसे में मजदूरी पेशा लोग अपने घर के लिए पैदल ही निकल पड़े हैं। सैकड़ों किलोमीटर का सफर पैदल तय करना मजबूरी बन गया है। पैदल जा रहे लोगों ने बताया कि रास्ते में न तो कहीं कोई दुकान खुली है न होटल। कुछ स्थानों पर लोगों ने उन्हें नाश्ता कराया।* 


*बहराइच के मोहल्ला कर्नलगंज निवासी महेश, धर्मेश कुमार, राजकुमार, नन्हकऊ सहित 14 लोग कानपुर में मजदूरी करते हैं। इन लोगों का रोजाना खाना कमाना है। लेकिन इस समय लॉकडाउन होने से काम बंद हो गया है। महेश ने बताया कि मजदूरी में जो पैसे मिले थे वह भी खर्च हो गए।*


*पैसे न होने से मकान मालिक ने घर से निकाल दिया। अब कोई रास्ता न बचने पर पैदल ही 225 किलोमीटर की दूरी तय करने निकले। दोपहर एक बजे वह कानपुर से चले थे और शाम 3.30 बजे उन्नाव पहुंचे। उन्नाव पहुंचने पर उन्हें एक जगह खाना मिला। इसके पहले उन्हें कहीं कुछ खाने को नहीं मिला।*


*शहर के हरदोई पुल पर बीस मिनट आराम करने बाद वह आगे फिर बढ़ गए। फतेहपुर चौरासी प्रतिनिधि के अनुसार, कानपुर के थाना शिवराजपुर के गांव काकूपुर में मकान निर्माण में काम करने वाले सीतापुर जिले के थाना सीतापुर के गांव सिडौली निवासी महेंद्र, अवधेश, संतोष, सुभाष, अनूप, गुड्डू सहित सात लोग मकान में मजदूरी करने 19 मार्च को आए थे। लॉकडाउन के चलते काम बंद हो गया है। अब सभी 150 किलोमीटर की दूरी पैदल तय कर घर जा रहे हैं।*


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